जो देखा, वो लिखा...... यूँ ही अपना सफ़र चलता रहा!
सीखा जो सिखाया... मैं यूँ ही बस चलता रहा!
करने को तो, मैं भी रहगुज़र कर सकता था किसी एक कोने में,
पर मेरा सफ़र........
हर मोड़ पर, मुझे हर बार एक नया एहसास सिखाता रहा!
Friday, June 29, 2012
कभी आप भी मुझे ऐसे मिलें!
एक इल्तजा थी कि ए खुदा मुझे सुकून मिले,
उस ख्वाहिश के बदले ही मुझे आपके पहले दीदार मिले!
उम्मीद का दामन थामे.. मेरी तरसती उम्मीदें,
रब्बा .. शायद अगले मोड़ पर मुझे नया मेरा रब मिले!
काश ऐसा हो कि हर रोज़ जब मेरी आँख खुले,
मेरा साया.. मेरा हमदम ... मुझे मेरे पास मिले!
चिराग में बंद किसी जिन्नाद सी मेरी खुशियाँ,
दुआ है खुदा से .. बस तेरी मोहब्बत की मुझे तपिश मिले!
मकतब-ए-दुनिया में वैसे तो मैने कुछ नहीं जाना,
मुझे तो सभी रोशन रंग.. बस तेरी उस एक झलक में मिले!
तेरे नखरे, तेरी सादगी... कही ले ले ना जान मेरी,
खुदा-या अगर मिले .. तो मुझे मौत भी उसी की पनाहों में मिले!
Saturday, June 23, 2012
कशमकश-ए-ज़िन्दगी .... तेरा मैं क्या करूँ?
कशमकश-ए-ज़िन्दगी भरपूर हैं, नामंजूर हैं...
ना प्यास-ए-ज़िन्दगी सही जाती हैं,
ना कासाह-ए-आब-ए-मौत गले उतरता हैं!
बिछड़ते यार ने मुख्तलिफ जज़्बात बना दिए...
ना उसकी उम्मीद-ए-ज़िन्दगी रोके बनती हैं,
ना खुद का जुदाई-ए-गम सहा जाता हैं!
मकतब-ए-दुनिया में जाने हमने क्या क्या सीखा...
ना वो बचपन की चादर छूटते बनती हैं,
ना ये सयानापन हमे ढ़ाक पाता हैं!
इन शाम की तन्हाईयों को किन रंगों से भरूँ...
ना दिन की चमक, इन्हें उजला बना पाती हैं,
ना रात का सन्नाटा इन्हें कोई आवाज़ दे पाता हैं!
शमा-ए-महफ़िल बना के, खुदा ने सितम कर डाला...
खुद की जलन तो सीने में दबी रहती हैं,
परवाने की मौत का इलज़ाम भी सहना पड़ता हैं!
Thursday, June 14, 2012
सुरूर-ए-सनम
ज़िन्दगी हर एक मोड़ पर ... एक नया रंग दिखा रही हैं..
पर मुझे .. हर तस्वीर में तू ही नज़र आ रही हैं!!
इसे जादू कहूँ .. या कहूँ .. सुरूर तेरा,
आशिकी, मुझे शोलो में भी .. खिलते तबस्सुम दिखा रही हैं!
कभी कभी कोई बहुत याद आता हैं,
नाम उसका जुबान पे यूँ ही आ जाता हैं....
हम तो उन्हे कभी भूले नहीं थे अपनी यादों में भी,
फिर भी वक़्त अक्सर...उनका ज़िक्र.. हम से कर जाता हैं!
साकी को हो गया गुमान.. कि हम फिर गम-ए-तन्हाई में खो गए...
वो आये पास.. और फिर से जाम भर के चले गए.
बस पल दो पल की यादें ही है "उनकी" बस हमारे पास!
असल ज़िन्दगी तो "वो" अपने साथ ले के चले गए!!
Subscribe to:
Posts (Atom)