Wednesday, July 17, 2013

तेरा खुदा-मेरा खुदा




क्या मेरे काफिर होने से तेरे खुदा को कोई गुरेज़ होगा,
आखिर मुझे भी तो ... उसने ही अपने हाथों से बनाया होगा!

मानने वालो का कहना है की हर शह में वो रहता हैं,
क्या मुझे रुलाने वालो ने, इतना भी ना जाना होगा!

बुत-परस्तों का मुझे यूँ नादानों की तरह पत्थर मारना,
उनका खुदा भी तो ... कहीं इन में ही रहता होगा!

काबा किये, मदीने गए, पढी इन्होने कई आयतें,
क्या ना देख पाने वालो को, खुदा ने काफिर बनाया होगा!

फक्र है उनको अपने मुस्तकबिल पर, जो खुदा को अपना कहते हैं,
क्या उन्होंने खुद की मुट्ठी को, खुदा की दरियादिली से बड़ा माना होगा!

1 comment:

  1. काफिर - Non-follower of God
    गुरेज़ - Problem
    शह - Thing
    बुत-परस्तों - One who do idol worship
    पत्थर - Stone
    मुस्तकबिल - Fate
    मुट्ठी - Closed fist
    दरियादिली - Whole heartedness

    ReplyDelete