
वो अपने आंसू दुनिया से छुपाकर हंसता हैं!
तो क्या..अगर वो उनकी यादों में किसी लम्हा रोता हैं!
बस यार की खुशनुमा आवाज़ और चहकती हंसी की यादों ने......
बस यार की खुशनुमा आवाज़ और चहकती हंसी की यादों ने
उसे एक ही पल में हंसना और रोना...दोनों सिखा दिया!!
इश्क सिर्फ एक नाम नहीं..एक आवाज़!.... एक साज़!....एक तरन्नुम हैं!
जान जाए इसे हर माकूल, नहीं ये इतनी सीधी धुन हैं!
जब अश्क बहाने में, इस दिल को सुकून मिलता हैं..........
जब अश्क बहाने में, इस दिल को सुकून मिलता हैं..........
ना पूछो, कि इंतज़ार-ए-यार में वो कितना सुकून पाता हैं!
वो अपने --------------------------------छुपाकर हंसता हैं,
आशिक कोई हस्ती नहीं कि आज फलक पे, कल ज़मीन पे होगा!
वो कोई खुदा भी नहीं जो हमेशा फलक पे राज़ करेगा!
वो एक ऐसी खुश-नसीब और बद-गुमान शख्शियत हैं यारों......
वो एक ऐसी खुश-नसीब और बद-गुमान शख्शियत हैं यारों......
वो यार की सूरत में अपनी तकदीर की रेखाएं ढूँढ़ता है
वो अपने --------------------------------छुपाकर हंसता हैं,
यार कोई ऐसी लत में ना पड़ जाए,
हो जहां जीना मुश्किल, वहा कोई आशियाने ना बनाये,
वो है उनका दिल.... जो उन्हे उस मोड़ पे.... दरख़्त सा खड़ा रखता है,
वरना कौन है वो सयाना, जो तूफानो में कश्ती चलाता हैं?
वो अपने --------------------------------छुपाकर हंसता हैं,